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Showing posts from February, 2019

पाकिस्तान दावे से पलटा, कहा उसके कब्ज़े में सिर्फ़ अभिनंदन

भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनातनी के बीच पाकिस्तान ने कहा है कि उसके कब्ज़े में सिर्फ़ एक भारतीय पायलट है. इससे पहले पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने दो भारतीय पायलटों को पकड़ा था जिनमें से एक का इलाज चल रहा है. उधर भारत ने भी मान लिया है कि उसका पायलट पाकिस्तान के कब्ज़े में है . पाकिस्तानी सेना ने एक पायलट का वीडियो जारी किया था जबकि दूसरे भारतीय पायलट को सेंट्रल मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराए जाने की बात कही थी. पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर भी दो पायलटों की गिरफ़्तारी का दावा किया गया था और उनकी तस्वीरें भी दी गईं. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने दूसरे भारतीय पायलट को सेंट्रल मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराए जाने की बात कही थी. लेकिन दोपहर बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की पुष्टि की थी कि भारत का एक मिग-21 क्षतिग्रस्त हुआ और एक पायलट लापता है. इसके बाद शाम को पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ़ गफ़ूर ने कहा कि उनके कब्ज़े में दो भारतीय पायलट नहीं बल्कि केवल एक ही भारतीय पायलट अभिनंदन हैं. उन्होंने ट्वीट किया कि

情人节不一样的节目:日本同志配偶兴讼维权求婚姻平等

日本13对同性伴侣决定在情人节这天状告政府, 索取象征性的国家赔偿,抗议日本法律不承认同性婚姻。 他们星期四(2月14日)分别在四座日本城市,向当地地方法院提诉。这群原告认为,日本法 律禁止同性伴侣结婚,侵害其宪政权利。 一旦胜诉,日本当局日后将必须允许同性婚姻。 目前,日本是在七大工业国集团(G7)当中唯一 不允许同性婚姻的国家。 然而,一些民意调查显示,日本民众尤其是年青人强烈支持同性婚姻合法化。 泰国有望成为亚洲首个同婚合法的国家 台湾保守势力公投的胜利将如何影响同志平权之路 记者来鸿:坐火车 反思日本男女关系 成龙女儿宣布与女友结婚 再引台湾同性婚姻讨论 “很保守”的日本社会 40岁的中岛爱与31岁德国人蒂娜·鲍曼(Tina Baumann)是其中一对参与诉讼的同性配偶。她们2011年在德国柏林相遇,曾在当地居住,后来移居日本。 然而,同性结合在这两个国家面对着截然不同的待遇。中岛爱称,许多她的朋友都不敢公开自己的性取向,要瞒着家人其同性伴侣的存在。 中岛爱对BBC记者说:“日本社会本质就是十分保守。” 自2015年起,首都东京的涉谷区户政部门开始签发“ 伴侣关系证明书”予同性伴侣,但此措施 不等同于法律上承认同性婚姻,而只被视为推动企业平等对待不同性取向员工之手段。 中岛女士说:“虽然大多数年青人支持同性婚姻,但是政客一般年纪较大,很不愿意接受社会事物改变。” 她说:“我们已经做好准备, 一直告到最高裁判所。要是走这条路的话,那就得花五年以上。” 中岛爱与蒂娜·鲍曼在德国结婚,今年1月向目前定居的横滨市户政部门提交结婚申请书,以求核准其德国结婚记录有效。但一如所料, 横滨市当局最终拒绝其申请。 鲍曼目前以学生身份居留日本,一旦毕业,她必须取得新的居留签证。但作为同性夫妇,中 岛爱目前无法为鲍曼办理家眷签证。 鲍曼指出,这只是问题的开始。 “在德国,‘出柜’很容易,按照自己意愿过自己的生活很容易。但在日本,不同性别的家庭岗位传统明确。女人就得结婚生子,不少人依然认为女 人当了母亲就得停止工作。”

चानू ने 6 महीने बाद मैट पर वापसी की और स्वर्ण पदक जीत लिया

विश्व चैम्पियन भारतीय महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने कमर की चोट से उबरते हुए करीब छह महीने बाद मैट पर वापसी की और स्वर्ण पदक जीत लिया। चानू ने ये मेडल थाईलैंड में हो रहे ईजीएटी कप में जीता। चानू ने इस सिल्वर लेवल ओलिंपिक क्वालिफाइंग इवेंट के 48 किलो वेट कैटेगरी में 192 किलो भार उठाकर स्वर्ण पदक जीता। 2020 ओलिंपिक के मद्देनजर यह जीत अहम 2020 में होने वाले टोक्यो ओलिंपिक में क्वालिफाई करने के लिहाज से चानू की ये जीत अहम है। मीराबाई चानू ने स्नैच में 82 किलो, जबकि क्लीन एंड जर्क में 110 किलो वजन उठाकर टॉप पोजीशन हासिल की। जापान की मियाके हिरोमी (183 किलो) को सिल्वर और पापुआ न्यू गिनी की लोआ डिका (179 किलो) ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। कमर की चोट के कारण चानू पिछले साल वर्ल्ड चैम्पियनशिप में हिस्सा नहीं ले पाई थीं। वर्ल्ड चैम्पियनशिप गोल्ड लेवल ओलिंपिक क्वालिफाइंग इवेंट था। चानू जकार्ता में हुए एशियन गेम्स में भी नहीं खेल पाई थीं। चानू ने पिछले साल गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीता था। 24 साल की चानू ने गोल्ड कोस्ट में स्नैच में 86 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क